शनिवार, 31 दिसंबर 2011

भ्रष्टाचार समाजवाद और पूंजीवाद पर विचार गोष्ठी

पटनाः यूनाइटेड मुस्लिम मोर्चा ने 30 दिसम्बर 2011 को पूर्व सांसद डा.एम.एजाज अली के आशियाना राजा बाजार स्थित आवास पर ”भ्रष्टाचार समाजवाद और पूंजीवाद“ विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष एम.शमशाद आलम ने की।इस अवसर पर बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष एम.शमशाद आलम ने कहा कि भ्रष्टाचार के पनपने का मुख्य कारण यह है कि समाजवादी व्यवस्था देश में कमजोर हो गयी है और पूंजीवादी व्यवस्था हावी हो गयी है। यही कारण है कि आज भ्रष्टाचार विकराल रूप धारण कर रूट तक पहुंचने में सफल हो गया है। एक सर्वे के अनुसार 86 प्रतिशत मामलों में काम बिना रिश्वत दिये नहीं होते हैं। विभिन्न प्रकार के मामलों में यह मांगे 2,50000 रूपये से 1300 रूपये तक की होती है। उच्चाधिकारियों से लेकर निचले स्तर पर सरकारी कर्मचारी बिना रिश्वत के काम करने को तैयार नहीं होते।ऐसे में आम अवाम परेशान हैं कि वे इससे निजात कैसे पायें। देश और प्रदेश स्तर पर इससे छुटकारा पाने के लिए आम लोग रास्ता तलाश रहे हैं। यही कारण है कि किसी संगठन और फोरम के द्वारा जब भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलन्द किया जाता है तो उसे अप्रत्याशित जन समर्थन मिल रहा है। पिछले दिनों अन्ना हजारे के आन्दोलन को मिले जनसमर्थन को इसके उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है। हालांकि लोकपाल बिल अभी पूरी तरह अपना शेप नहीं ले पाया है पर लगातार तीन दिनों तक लोकपाल के निर्माण के लिए संसद में चली बहस इस बात का प्रमाण है कि देश के राजनीतिक दल भी इस बात को मान रहे हैं कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाये बिना देश का विकास संभव नहीं है। अपने सम्बोधन में एम.मतलूब रब अधिवक्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार को रूट लेवल से एकजुट होकर उखाड़ कर फेकने की जरूरत है। हसीब उददीन खां ने कहा कि भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए किसी अन्ना की जरूरत नहीं है और न ही अलग से कानून बनाने की जरूरत है बल्कि हर इंसान को संकल्प लेने की जरूरत है। नौकर दाई संघ के अध्यक्ष अख्तर नेहाल ने कहा कि अन्ना अच्छे व्यक्ति हैं पर उनके पीछे आरएसएस व भाजपा के लोग लगे हुए हैं। वकील अहमद पप्पू खां ने कहा कि भ्रष्टाचार और पूंजीवाद एक दूसरे के पोषक हैं इसलिए इसे एकजुट होकर उखाड़ फेकना होगा। अधिवक्ता शंभू प्रसाद सिन्हा ने कहा कि भ्रष्टाचार का बदबू समाज के सभी वर्ग में है। कामरेड कुशवाहा नन्दन ने कहा कि पूंजी कमाने की जब तक होड़ रहेगी तब तक भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा। डा.मौलाना अनवर हुसैन ने कहा कि अपनी जिम्मेदारी को न निभाना और दूसरों के हक को छीन लेना भ्रष्टाचार है। इस अवसर पर इम्तेयाज अहमद अंसारी, अमीर नायर, मो.शहाबुददीन, नव निर्माण मंच के सह संयोजक नुर  हसन, डी.के सिंह, कंचन देवी, प्रमिला देवी, रौशन आरा ने अपने विचार व्यक्त किये।। धन्यवाद ज्ञापन मो. इजहार अहमद ने किया।
                                                                            

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